सामाजिक समरसता के बिना बाबा साहब का सपना अधूरा- वाल्मीकि
लखनऊ। संविधान निर्माण में प्रमुख योगदान देने वाले भारत के पहले विधिमंत्री डा.भीमराव अंबेडकर के जन्मदिवस पर 45वीं उत्कर्ष संगोष्ठी का आयोजन हजरतगंज स्थित काफी हाऊस में किया गया।
इस संगोष्ठी में आये वक्ताओं ने डा.अंबेडकर के योगदानों पर चर्चा करते हुए कहा कि सामाजिक समानता, सबके लिये शिक्षा और न्याय की उपलब्धता के बिना बाबा साहेब के सपने पूरे नहीं हो सकते। बसपा नेता दिनेश वाल्मीकि ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि बाबा साहेब का सपना था एक सुशिक्षित भारत लेकिन आज गरीबों के बच्चे पढ़ने से वंचित किये जा रहे हैं।
संगोष्ठी में फारवर्ड ब्लाक के महासचिव उदयनाथ सिंह,राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय सचिव विजय श्रीवास्तव और प्रवक्ता आमिर साबरी,बसपा नेता दिनेश वाल्मीकि ,भाजपा नेता राजेंद्र वाल्मीकि, प्रमोद कुमार हंस,लक्ष्मण वाल्मीकि,हास्य कवि अनिल अनाड़ी,युवा वक्ता गुलाम अब्बास आदि ने अपने विचार व्यक्त किये। संगोष्ठी संचालन विमल प्रकाश ने किया।
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