किडनैप हुए सात माह के बच्चे को पुलिस ने 24 घंटे में किया बरामद, पांच लाख में सौदे की थी साजिश
अजमेर। अजमेर में माखुपुरा पुलिया क्षेत्र से अगवा किए गए सात माह के मासूम को पुलिस ने 24 घंटे के भीतर सकुशल बरामद कर लिया। अपहरण की इस सनसनीखेज घटना में आरोपी बच्चे को पांच लाख रुपए में बेचने की फिराक में थे। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि मुख्य साजिशकर्ता फरार है। एसपी वंदिता राणा ने बताया कि रविवार तड़के करीब चार बजे चैनराज अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ माखुपुरा पुलिया के नीचे सो रहा था। तभी बाइक सवार दो बदमाश वहां पहुंचे और दोनों बच्चों को उठाया। तीन वर्षीय बड़ा बच्चा रोने लगा, जिसे आरोपी वहीं छोड़कर सात माह के मासूम मनराज को लेकर फरार हो गए। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने तुरंत एक्शन लिया। करीब 100 पुलिसकर्मियों की टीमें, साइबर सेल और डीएसटी यूनिट को जांच में लगाया गया। आस-पास के हाईवे क्षेत्र में लगे लगभग 400 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई। जांच के दौरान सुराग मिला कि आरोपी रामगंज थाना क्षेत्र की ओर गए थे। स्थानीय सूचना तंत्र के माध्यम से पता चला कि एक घर में दो युवक बच्चे के साथ मौजूद हैं। पुलिस ने मौके पर दबिश देकर बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया।
इस कार्रवाई में आरोपी कुणाल गुप्ता उर्फ बबलू (27) को गिरफ्तार किया गया, जबकि एक अन्य आरोपी दीपक को हिरासत में लिया गया है। पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपियों ने बच्चे का हुलिया बदलने के लिए उसे अच्छे कपड़े पहनाए थे ताकि पहचान करना मुश्किल हो। गिरफ्तार आरोपी कुणाल ने पुलिस को बताया कि मुख्य आरोपी इंद्राज ने उसे बच्चे की डील के बदले पांच लाख रुपये देने का वादा किया था। योजना थी कि बच्चे को पहचान बदलकर बाहर किसी स्थान पर भेज दिया जाए। एसपी वंदिता राणा ने बताया कि मामले का पूरा खुलासा मुख्य आरोपी इंद्राज की गिरफ्तारी के बाद ही हो सकेगा। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए विशेष टीमें गठित कर संभावित ठिकानों पर दबिश देना शुरू कर दिया है। समय रहते हुए कार्रवाई के चलते न केवल मासूम की जान बचाई जा सकी, बल्कि एक बड़ी आपराधिक साजिश को भी नाकाम किया गया।
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