श्मशान, चारागाह, खलिहान पर कर दी प्लॉटिंग
-सरोजनी नगर तहसील और बीकेटी तहसील में चला अभियान
लखनऊ। मंगलवार नगर निगम ने सरोजनीनगर और बीकेटी तहसील में सरकारी जमीन को कब्जे से मुक्त कराया है। जमीन की कीमत लगभग तीस करोड़ के करीब आंकी जा रही है। अभियान के दौरान सरोजनीनगर में दो स्थानों पर पांच और पंद्रह करोड़ की दो जमीने जबकि बीकेटी तहसील क्षेत्र से बीस करोड़ की जमीन कब्जा मुक्त कराई है। जानकारी के मुताबिक़ अपर नगर आयुक्त पंकज श्रीवास्तव द्वारा गठित विशेष टीम ने सरोजनी नगर तहसील के सेंवई गांव में ऊसर भूमि के रूप में दर्ज हैं जमीन को अवैध कब्जे से मुक्त कराया है। कुछ प्रॉपर्टी डीलरों ने अवैध रूप से कब्जा कर लिया था। जमीन पर नींव भरकर, बाउंड्री वॉल बनाकर और प्लॉटिंग करके जमीन पर अवैध निर्माण कर रहे थे।
नगर निगम और तहसील प्रशासन की संयुक्त टीम ने मौके पर पहुंचकर जेसीबी मशीनों की मदद से इन अवैध निर्माणों को ध्वस्त कर दिया। वहीँ इसी तहसील के यूसुफनगर उर्फ बगियामऊ में श्मशान की जमीन अंसल ग्रुप सहित अन्य प्रॉपर्टी डीलरों द्वारा सीमेंटेड बाउंड्री वॉल बनाकर अवैध प्लॉटिंग कर दी थी। जिसे नगर निगम और तहसील प्रशासन की संयुक्त टीम ने जेसीबी मशीनों की मदद से अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया और जमीन को अतिक्रमण से मुक्त करा लिया।
इस कार्रवाई के जरिए लगभग 5 करोड़ रुपये मूल्य की बेशकीमती सरकारी जमीन को अवैध कब्जे से मुक्त कराया। वहीँ बीकेटी तहसील के मस्तेमऊ, गोयला, बसहा और बरखुरदारपुर गांव में तालाब, खलिहान और पशु चरागाह पर अवैध कब्जा कर लिया गया था। जिसे नगर निगम ने कब्जे से मुक्त कराया। जमीन की बाजार कीमत लगभग 10 करोड़ रुपये से अधिक आंकी गई है।
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