राहुल मानहानि मामले में कोर्ट में हुई सुनवाई
अगली तिथि 17 मई नियत
सुल्तानपुर। नेता प्रतिपक्ष व रायबरेली सांसद राहुल गांधी के मानहानि मामले में सोमवार को सुनवाई हुई। भाजपा नेता विजय मिश्रा के अधिवक्ता ने कोर्ट में मामले से जुड़े गवाह अनिल मिश्रा निवासी पिताम्बरपुर कला थाना कोतवाली देहात को पेश किया। जिनसे राहुल गांधी के अधिवक्ता काशी प्रसाद शुक्ला ने जिरह किया। जिरह की कार्यवाही पूर्ण नहीं होने पर विशेष न्यायाधीश ने अगली सुनवाई की तिथि 17 मई नियत की है।
कोतवाली देहात के हनुमानगंज निवासी व भाजपा नेता विजय मिश्रा ने वर्ष 2018 में राहुल गांधी के विरुद्ध मानहानि का परिवाद कोर्ट में दर्ज कराया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि 2018 में कर्नाटक चुनाव के दौरान राहुल गांधी ने अभद्र टिप्पणी की थी, इससे मैं आहत हुआ हूं। कोर्ट में पांच साल लंबी प्रक्रिया चली, राहुल गांधी हाजिर नहीं हुए तो दिसंबर 2023 में तत्कालीन जज ने वारंट जारी कर उन्हें तलब किया था। तब फरवरी 2024 को राहुल गांधी ने कोर्ट में सरेंडर किया। विशेष मजिस्ट्रेट ने उन्हें 25-25हजार के दो मुचलके पर जमानत दे दी थी। इसके बाद राहुल गांधी को कोर्ट ने बयान दर्ज करने के लिए बुलाया। दर्जन भर तारीख पड़ने के बाद बीते 26 जुलाई को राहुल कोर्ट में पहुंचे और उन्होंने अपना बयान दर्ज कराया था।
उन्होंने स्वयं को निर्दोष बताते हुए कहा था कि मेरे खिलाफ राजनीतिक साजिश हो रही है। वर्ष 2025 की शुरूआत में 2 जनवरी को जिरह पूरी नहीं होने पर कोर्ट ने 10 जनवरी व 22 जनवरी की तारीख नियत की थी, लेकिन इन दोनों ही तिथियों पर अधिवक्ताओं की हड़ताल के चलते सुनवाई पुन: टल गई थी। 30 जनवरी को तिथि नियत हुई तो राहुल के अधिवक्ता काशी शुक्ला के अस्वस्थ होने के चलते जिरह नहीं हो सकी थी। 11 फरवरी को कोर्ट में जिरह पूर्ण करने के लिए सुनवाई की तिथि नियत की गई थी। जिसमें राहुल गांधी के अधिवक्ता काशी प्रसाद शुक्ला ने परिवादी से जिरह किया, जिरह पूर्ण होने के बाद अगले गवाह से जिरह के लिए तीन बार से तिथि ही नियत हो रही है।अप्रैल माह में सुनवाई के लिए कोर्ट से ये तीसरी तारीख लगी थी।
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