नीमा स्थापना दिवस का आयोजन , दीप प्रज्वलन और धनवंतरी पूजन
सर्वप्रथम आगंतुक अतिथियों को मंचासीन किया गया। आगंतुक अतिथियों में डा० जे० पी० सिंह (जिला देशी चिकित्सा पदाधिकारी), सत्यानंद योग एवं आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान मोतिहारी के निदेशक वैध ब्रजेश्वर मिश्र, प्रख्यात होमियोपैथिक चिकित्सक डा० राजेश श्रीवास्तव, शहर के विख्यात मधुमेह रोग विशेषज्ञ डा० आर० के० पी० शाही, नीमा मोतिहारी के अध्यक्ष डा० उत्तम कुमार और एडवोकेट राकेश कुमार सिन्हा उपस्थित थे।
कार्यक्रम के आरंभ में दीप प्रज्वलन और धनवंतरी पूजन और वंदना किया गया। संगोष्ठी में दो विषयों (१) एआई टेक्नोलॉजी का आयुर्वेद में उपयोग, (२) आयुर्वेद में मधुमेह की प्रासंगिकता पर परिचर्चा हुई।
*परिचर्चा की शुरुआत डा० खालिद अख्तर ने मधुमेह रोग पर विस्तार से अपनी बात रखी। नीमा बिहार के महासचिव डा० आलोक कुमार ने एआई टेक्नोलॉजी का आयुर्वेद में उपयोग पर विस्तारपूर्वक जानकारी दी। डा० रोहित कुमार सिंह ने मधुमेह में आहार-विहार के महत्व पर प्रकाश डाला। डा० विनोद कुमार सिंह ने हास्य व्यंग से सबको हंसाकर लोटपोट किया। डा० आर०के०पी० शाही ने मधुमेह विषय पर अपनी बात रखते हुए आहार और व्यायाम की उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हम आहार को संतुलित रखते हुए मधुमेह से स्वयं को सुरक्षित रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि मधुमेह से ज्यादा इसके कंप्लीकेशंस घातक होते हैं। डा० राजेश श्रीवास्तव ने होमियोपैथिक चिकित्सा पद्धति में मधुमेह की चिकित्सा और समुचित आहार विहार पर विस्तार से जानकारी दी। डा० जे० पी० सिंह ने आयुष विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यक्रम पर विस्तृत प्रकाश डाला। वैध ब्रजेश्वर मिश्र ने आयुर्वेद में औषधीय अनुसंधान पर बल देते हुए आधुनिकता में इसकी प्रासंगिकता पर बल दिया। आगंतुक अतिथियों और उपस्थित चिकित्सकों का धन्यवाद ज्ञापन किया। मंच का संचालन डा० अनिल कुमार सिंह ने किया। कार्यक्रम में डा० संजय कुमार सिंह, डा० कुणाल किशोर, डा० रितेश झा, डा० अब्दुल खबीर, डा० सुधीर कुमार, डा० मिनतुल्लाह, वेद प्रकाश, डा० ओमप्रकाश मिश्र, डा० अभिषेक मिश्र, डा० अभिषेक कुमार, डा० रौशन कुमार, डा० विजय पाठक, डा० पी० साईं, डा० लच्छेन्द्र, डा० शाहिद सिद्दीकी, डा० नेहा, डा० पल्लवी, डा० मीता, डा० मिथिलेश आदि चिकित्सकों ने भाग लिया।
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