आठ प्रमुख बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर मार्च में 3.8 फीसदी पर रही
नई दिल्ली । देश के आठ प्रमुख बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर मार्च में सुस्त पड़कर 3.8 फीसदी रही है। पिछले साल इसी महीने में बुनियादी उद्योगों का उत्पादन 6.3 फीसदी की दर से बढ़ा था। मासिक आधार पर इन उद्योगों की वृद्धि दर फरवरी में 3.4 फीसदी के मुकाबले थोड़ी अधिक है। पिछले साल इसी अवधि में इन बुनियादी उद्योगों का उत्पादन 6.3 फीसदी की दर से बढ़ा था।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार यह आठ प्रमुख बुनियादी उद्योगों के उत्पादन में गिरावट का परिणाम है, जिनमें कोयला, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात और बिजली शामिल हैं। आंकड़ों के अनुसार मार्च महीने में कोयला, रिफाइनरी उत्पाद, इस्पात और बिजली उत्पादन में क्रमश: 1.6 फीसदी, 0.2 फीसदी, 7.1 फीसदी और 6.2 फीसदी की हल्की वृद्धि हुई। उर्वरक उत्पादन मार्च में 8.8 फीसदी बढ़ा है, जबकि पिछले साल इसी महीने में इसमें 1.3 फीसदी की गिरावट आई थी। सीमेंट उत्पादन बीते महीने 11.6 फीसदी बढ़ा है, जबकि एक साल पहले इसी महीने में इसमें 10.6 फीसदी की वृद्धि हुई थी।
आंकड़ों के मुताबिक बुनियादी उद्योगों में कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली की वृद्धि दर वित्त वर्ष 2024-25 में 4.4 फीसदी रही। इससे पिछले वित्त वर्ष 2023-24 में यह दर 7.6 फीसदी थी। देश के आठ प्रमुख बुनियादी उद्योगों का औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में भार 40.27 फीसदी होता है, जो औद्योगिक वृद्धि दर को मापने में महत्वपूर्ण है। इन आठ उद्योगों में कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली शामिल है।
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