शहर में भिक्षावृत्ति की बढ़ती संख्या ने बढ़ाई मंडलायुक्त की चिंता!
पड़ोसी जिलों के ऐसे लोग नगर निगम की जमीन पर बसाते जा रहे अवैध बस्तियां
- समीक्षा बैठक में अपर नगर आयुक्त को एक सप्ताह में इन्हें हटवाने के आदेश
- सफाईकर्मी, रिक्शाचालक व घरेलू कामगारों को भी कार्रवाई का सता रहा डर
लखनऊ। मण्डलायुक्त डॉ0 रोशन जैकब ने सोमवार भिक्षावृत्ति की बढ़ती संख्या को लेकर चिंता जताई है। इसे देखते हुए भिक्षावृत्ति पर रोक लगाने के लिए मंडलायुक्त ने नगर निगम की जमीन पर बनी अवैध बस्तियों को एक सप्ताह में हटाने के निर्देश दिए हैं। इस कार्रवाई से राजधानी के पड़ोसी जिलो से आये मजदूर,रिक्शा चालक घरेलू कामगार महिलाओ को चिंता सताने लगी है।
जानकारी के मुताबिक इस कार्रवाई के साथ ही मंडलायुक्त ने निराश्रित लोगों का पुनर्वास कराने एवं अवैध बस्तियां जिसमें संगठित रूप से भिक्षावृत्ति का कार्य करने वाले लोग शामिल हैं उनको हटाए जाने के उद्देश्य से यह बैठक हुई है। समीक्षा के दौरान मंडलायुक्त ने पाया कि बाहरी जनपदों जैसे उन्नाव, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, बहराइच एवं सीतापुर से भिक्षावृत्ति करने वाले लोग नगर निगम की जमीन पर अवैध बस्तियों में काफी संख्या में बस गए हैं। ऐसी सभी बस्तियों को प्रशासन द्वारा चिन्हित किया गया है। जिसे देखते हुए मण्डलायुक्त ने अपर नगर आयुक्त पंकज श्रीवास्तव को निर्देश देते हुए, सभी बस्तियों को एक सप्ताह में व्यापक अभियान चलाकर खाली कराने के निर्देश दिए हैं।
महिला कल्याण विभाग की कार्यदायी संस्था अपना घर को आश्रय स्थल को असहाय, निराश्रित, मानसिक रूप से विकलांग, तथा जरूरतमंद महिलाओं-बच्चों को रेस्क्यू कर सुरक्षित आवास एवं देखभाल प्रदान करने के निर्देश भी दिए हैं। मण्डलायुक्त ने अपना घर संस्था को नियमित चिकित्सा जांच, पोषणयुक्त भोजन, स्वच्छता एवं सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। अपना घर संस्था द्वारा बैठक में शॉर्ट स्टे होम आश्रय स्थल की मांग की गई जहां पुरुष असहाय, निराश्रित, मानसिक रूप से विकलांग तथा जरूरतमंद लोगों को आश्रय दिया जा सके। जिस पर मण्डलायुक्त द्वारा पीओ डूडा को निर्देश दिया है कि पुरुष शॉर्ट स्टे होम आश्रय स्थल को जल्द से जल्द चिन्हित कर बनाया जाए।
मण्डलायुक्त ने अपर नगर आयुक्त को निर्देश दिया है कि प्रशासन व पुलिस की संयुक्त टीम गठित करके मई के दूसरे सप्ताह में भिक्षावृत्ति में लिप्त लोगों के विरुद्ध व्यापक अभियान चलाया जाए। इसके साथ ही अनाथ लोगो को बचाया जाये। इसके लिए मंडलायुक्त ने समाज कल्याण विभाग को भिक्षावृत्ति करने वाले लोगों के रुकने व रहने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। संस्था को वित्त पोषण की जिम्मेदारी दी गई है उस संस्था को नगर निगम के शॉर्ट स्टे होम में लगाया जाए ताकि ऐसी असहाय एवं जरूरतमंद लोगों का भरण पोषण भी किया जा सके। राजधानी में जगह-जगह भिक्षावृत्ति में लिप्त लोगों और उनके परिवारों के हित के लिए उनकी इच्छा के अनुसार रोजगार के लिए नगर निगम, श्रम विभाग, एलडीए व परिवहन विभाग को भी निर्देश दिया गया है।
मण्डलायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि यदि नाबालिग बच्चे -बच्चियां भिक्षावृत्ति करते मिले, तो उनके खिलाफ तत्काल एफआईआर दर्ज कराई जाए। चौराहों पर भीख मांगकर घर चला रहे बालकों व उनके परिवारो को अच्छे जीवन के लिए नगर निगम, समाज कल्याण विभाग, महिला कल्याण विभाग, ड़ूडा, जिला पूर्ति विभाग व एनजीओ को आपस में समन्वय स्थापित कर बच्चों को शासन द्वारा संचालित योजनाओं से जोड़ने के निर्देश दिए हैं। इस बैठक में अपर नगर आयुक्त पंकज श्रीवास्तव, डिप्टी सीपीओ प्रवीण त्रिपाठी, डीपीओ सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
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