फिल्म की रिलीज रोकने के लिए आप कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन
फुले फिल्म की रिलीज रोकने के विरोध में कर रहे थे प्रदर्शन
लखनऊ। आप कार्यकर्ताओं ने फुले फिल्म की रिलीज रोकने के विरोध में प्रदर्शन किया। इस दौरान नारेबाजी की। कार्यकर्ताओं ने कहा है कि सरकार दलित विरोधी है। ऐसी सरकार नहीं चलेगी। प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं को पुलिस टांगकर ले गई। उन्हें ठूंसकर वैन में भरकर धरना स्थल इको गार्डन भेज दिया।
आप कार्यकर्ताओं ने अपने तय प्रोग्राम के तहत हजरतगंज स्थित जीपीओ के सामने इकट्ठा हुए। यहां उन्होंने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता महेन्द्र सिंह ने बताया कि यह प्रदर्शन पार्टी के यूपी प्रभारी और राज्यसभा सांसद संजय सिंह के निर्देश पर किया जा रहा है। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं के हाथों में थीं। इन तख्तियों में माता सावित्री बाई फुले अमर रहें जैसे नारे लिखे। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने नरेंद्र मोदी मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। इनका प्रदर्शन दोपहर 2 बजे प्रस्तावित था। जब कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन के लिए जुटना शुरू किया तभी उनको हिरासत में ले लिया गया।
प्रदर्शन शुरू होने के पहले कार्यकर्ता जब जुटने लगे तो पुलिस भी मुस्तैद हो गई। उनका प्रदर्शन टल जाए इसलिए ज्ञापन ले लिया गया। अपना प्रदर्शन शुरू होने से पहले बंद होता देख कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी शुरू कर दी। जब प्रदर्शन शुरू हो गया तो पुलिस ने भी कार्यकर्ताओं को उठा-उठाकर गाड़ी में डालना शुरू कर दिया। महेंद्र सिंह ने बताया कि 11 अप्रैल 2025 को रिलीज होने वाली फिल्म फुले पर केंद्र सरकार ने अपने सेंसर बोर्ड के जरिए रोक लगवा दी है, जिसे पार्टी अन्यायपूर्ण और लोकतंत्र विरोधी कदम मान रही है।
उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता प्रदेशभर में जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन करेंगे और राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सौंपेंगे। लखनऊ समेत कई जिलों में बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं के जुटने की उम्मीद है। आप का कहना है कि महात्मा फुले और सावित्रीबाई फुले की विचारधारा को दबाने की कोशिशों का पार्टी डटकर विरोध करेगी और समाज में समानता और न्याय की लड़ाई को जारी रखेगी।
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