मासूम बच्ची से दुष्कर्म और हत्या के आरोपित चाचा अब 22 अप्रैल तक रहेंगे न्यायिक हिरासत में
दुर्ग/रायपुर। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में 6 साल की मासूम बच्ची के साथ अनाचार के बाद उसकी हत्या कर दिए जाने के मामले में फांसी जैसी सख्त सजा की मांग नागरिक कर रहे हैं। इस मामले में बच्ची के चाचा सोमेश यादव को साेमवार की देर शाम काे गिरफ्तार कर आज मंगलवार सुबह दुर्ग के पास्को न्यायालय में पेश किया गया , जहां से आरोपित को 22 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है । पुलिस के अनुसार आरोपित चाचा ने घर की छत पर बने कमरे में इस घटना को अंजाम दिया। आरोपित ने सिगरेट से मासूम काे दागा, दुष्कर्म के प्रयास के दौरान बच्ची की माैत हाे गई। इस मामले में विपक्षी दल कांग्रेस ने कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर गृहमंत्री से इस्तीफे की मांग की है ।
मासूम के साथ दुष्कर्म और उसकी हत्या करने के मामले में दुर्ग के एएसपी सुखनंदन राठौर ने बताया है कि रविवार को एक बच्ची की मोहन नगर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। वह कन्या भोजन के लिए घर से गई थी लेकिन बच्ची वापस घर नहीं लौटी। रविवार 7 बजे के आस पास यह सूचना मिली थी कि बच्ची की लाश एक कार से मिली है। यह वही कार थी जो उस घर के आगे खड़ी थी। जहां बच्ची कन्या भोजन के लिए गई थी।पुलिस ने बताया कि कुल पांच लोगों को हमने हिरासत में लिया था ।शव की शॉर्ट पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्ची के साथ यौन उत्पीड़न की पुष्टि हुई।पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों को हिरासत में लिया था, जिनसे अलग-अलग पूछताछ की गई। जांच के बाद जो तथ्य सामने आए, उसके बाद इस केस में एक आरोपित उसका सगा चाचा सोमेश यादव निकला।पुलिस ने बताया कि इस केस में एफएसल के साक्ष्य भी जुटाए गए हैं। इसमें भौतिक साक्ष्य को संग्रहित किया जाएगा। हम इसको फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाने की तैयारी कर रहे हैं। जिससे आरोपित को सख्त से सख्त सजा मिल सके।
घटना को अंजाम देने के पीछे आरोपी की मानसिक स्थिति क्या रही।इसकी जांच की जा रही है। डीएनए टेस्ट के जरिए आरोपित की पुष्टि की जाएगी और सारे वैज्ञानिक सबूत इकट्ठा किए जा रहे हैं। इस केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाकर 6 महीने के भीतर आरोपित को सख्त सजा दिलाने की पूरी कोशिश की जाएगी। यह घटना न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है बल्कि समाज को झकझोर देने वाली है।इस केस में कोई पारिवारिक विवाद नहीं था, हम आगे की जांच कर रहे हैं। आरोपित ने उसी के घर में इस घटना को अंजाम दिया था। बच्ची की दादी घर से बाहर पूजा के लिए गई थी। उस दौरान आरोपित ने यह घिनौनी हरकत की। उसके बाद आरोपित ने घर के बाहर खड़ी एक कार की डिक्की में उसको बंद कर दिया। कार की डिक्की में काफी समय तक शव पड़ा रहा। गर्मी होने की वजह से बच्ची के शरीर पर फफोले पड़ गए थे ।
कांग्रेस ने किया पांच सदस्यों वाली समिति का गठन
इस मामले में कांग्रेस ने जांच का फैसला किया है और पांच सदस्यों वाली समिति का गठन किया है। इस जांच समिति की कमान विधायक संगीता सिन्हा को सौंपा गया है। कमेटी में विधायक हर्षिता बघेल, यशोदा वर्मा, पूर्व विधायक छन्नी साहू और राजनांदगांव की पूर्व महापौर हेमा देशमुख को शामिल किया है।
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