मथुरा से 850 किलो गड़बड़ पनीर पहुंचा लखनऊ
तड़के चार बजे बोलेरो पिकप से अर्जुनगंज मार्केट पहुंचा था पनीर का खेप
- एफएसडीए टीम ने शुरू की पड़ताल, अधोमानक निकलने पर कराया नष्ट
लखनऊ। शनिवार तड़के चार बजे कई सौ किमी का सफर पार करते हुए 850 किलो गड़बड़ पनीर का खेप अर्जुनगंज लखनऊ तो पहुंच गया, मगर वहां पर पहले से तैनात लखनऊ एफएसडीए टीम घात लगाये बैठी थी। सहायक खाद्य आयुक्त विजय प्रताप सिंह ने बताया कि पूर्व सूचना व संदेह के आधार पर पहले से ही हमारी एफएसडीए टीम को अलर्ट कर दिया गया था, जिसके तहत अधोमानक पनीर की बड़ी खेप पकड़ी गई।
बताया कि सलिल कुमार सिंह व सत्यवीर सिंह खाद्य सुरक्षा अधिकारी लखनऊ को जनपद मथुरा से जनपद लखनऊ लाये जा रहे पनीर की गुणवत्ता की जांच कराये जाने को कहा गया। तड़के चार बजे उक्त दोनों अधिकारियों के साथ आलोक कुमार व डा. राकेश कुमार सिंह द्वारा स्थान चौहान मार्केट, सुल्तानपुर रोड अर्जुनगंज, लखनऊ पर वाहन संख्या यूपी32एक्सएन8243 (बोलेरो पिकप) से श्री बांके बिहारी डेरी, मथुरा से लखनऊ में विक्रय को लाया गया था। 850 किग्रा पनीर को गुणवत्ता के सन्देह के आधार पर दो नमूने संग्रहित कर जांच को खाद्य विश्लेशक लैब को भेजे गये।
मौके पर खाद्य व्यापारी द्वारा खाद्य पंजीकरण (खाद्य पंजीकरण संख्या 2272 3130000007) दिखाया गया। अवशेष लगभग 850 किग्रा पनीर को सीज कर खाद्य कारोबारकर्ता हरपाल सिंह पुत्र भगवान सिंह, पता-ग्राम गढ़ी हुलासी, पो.जवारा, माट, जनपद मथुरा को अग्रिम आदेश तक विक्रय के तहत रोक लगाते हुए सुरक्षित अभिरक्षा में सुपुर्द किया गया।
उक्त खाद्य पदार्थ पनीर नश्वर प्रकृति का होने के दृष्टिगत यथाशीघ्र जांच कराये जाने को खाद्य विश्लेषक प्रयोगशाला, सेक्टर सी. अलीगंज लखनऊ प्रेषित किये गये जहां पर यह पाया गया कि पनीर के दोनों नमूने अधोमानक और असुरक्षित हैं। जनहित एवं जनस्वाथ्य के दृष्टिगत सीज किये गये लगभग 850 किग्रा पनीर को नियमानुसार विनष्ट कराये जाने की प्रक्रिया की जा रही है तथा प्राप्त जांच रिपोर्ट के आधार पर संबंधित खाद्य व्यापारी के विरूद्ध खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के अन्तर्गत अग्रिम कार्यवाही की जा रही है।
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