108 एंबुलेंस चालक गए हड़ताल पर, सांसत में मरीजों की जान

108 एंबुलेंस चालक गए हड़ताल पर, सांसत में मरीजों की जान

पश्चिमी सिंहभूम। जिले के चाईबासा सदर अस्पताल परिसर में झारखंड में आपातकालीन 108 एंबुलेंस सेवा के चालक बुधवार को न्यूनतम मानदेय भुगतान में हो रही देरी को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। एंबुलेंस संचालक और चालक, सम्मान फाउंडेशन पर भुगतान में लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं। वहीं एंबुलेंस सेवा ठप होने से मरीजों की जान खतरे में पड़ गई है। राज्य सरकार की 108 आपातकालीन एंबुलेंस सेवा से जुड़े चालकों और संचालनकर्ताओं ने बुधवार को सदर अस्पताल चाईबासा परिसर में बैठक कर मानदेय भुगतान में हो रही देरी के खिलाफ विरोध दर्ज कराया। मौके पर चालकों ने बताया कि राज्य में चार फरवरी से सम्मान फाउंडेशन की ओर से 108 एंबुलेंस सेवा का संचालन किया जा रहा है, लेकिन फरवरी और मार्च महीने का न्यूनतम मानदेय अब तक नहीं दिया गया है। कम वेतन पर कार्य कर रहे इन कर्मचारियों को आर्थिक संकट से गुजरना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि जिले में आधे से ज्यादा एंबुलेंस सेवाएं बंद पड़ी हैं और जो थोड़ी बहुत एंबुलेंस चल रही हैं, उनकी हालत भी खराब है। इससे किसी भी समय दुर्घटना होने का खतरा बना हुआ है। इसके अलावा एंबुलेंस में मेडिकल किट, ऑक्सीजन और अन्य जरूरी उपकरणों की भी भारी कमी है और मरीजों को समय पर प्राथमिक उपचार नहीं मिल पा रहा है। चालकों ने बताया कि संस्था ने लगातार मानदेय भुगतान की तिथि आगे बढ़ाई जा रही है। पहले चार अप्रैल और फिर 10 अप्रैल की तारीख दी गई, लेकिन भुगतान अब तक नहीं हुआ। विवश होकर सभी चालक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं और साफ कहा है कि जब तक भुगतान नहीं होता, वे सेवा पर नहीं लौटेंगे। मौके पर प्रद्युम्न महतो, शुभम कुमार प्रधान, रोहित चंद्र महतो, प्रेम सिंह ओरिया, कैलाश कुमार, संतोष कुमार महतो सहित अन्य चालक उपस्थित थे।

 

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