पटरी पर लोहे का दरवाजा रख ट्रेन पलटने की साजिश
सप्ताह भर में दूसरी घटना
लखनऊ। बक्कास-उतरेठिया स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर लोहे का दरवाजा रखा गया। इसके साथ ही पटरियों में लगने वाली क्लिप भी निकली हुई थी। एक हफ्ते के अंदर दूसरी बार ट्रेन पलटाने की साजिश की गई।
मालगाड़ी के ड्राइवर ने उतरेठिया स्टेशन से 3 किमी आगे चौधरी खेड़ा के पास ट्रैक लोहे का गेट पड़ा देखकर इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक लिया। इसकी सूचना उतरेठिया स्टेशन मास्टर को दी। सूचना पर आरपीएफ के जवानों के साथ रेलवे अधिकारी मौके पर पहुंचे। गेट को हटाकर ट्रेन को रवाना किया। रेलवे यूटीआर इंचार्ज अनिल कुमार पांडेय ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ सुशांत गोल्फ सिटी थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है। रेलवे यूटीआर इंचार्ज अनिल कुमार पांडेय ने बताया कि बुधवार सुबह 3:42 बजे उतरेठिया रेलवे स्टेशन से मालगाड़ी गुजरी।
थोड़ी देर बाद मालगाड़ी के ड्राइवर ने फोन करके सूचना दी कि ट्रैक पर लोहे का गेट पड़ा है। सूचना पर मैं गैंगमैन दुर्गेश कुमार के साथ मौके पर पहुंचा। घटनास्थल का निरीक्षण किया। ट्रैक पर लोहे का गेट पड़ा था। मालगाड़ी संख्या डीएन सीजीएस के ट्रेन मैनेजर मनीष त्रिपाठी और गेट नंबर 1990 पर तैनात गेटमैन अभिषेक कुमार की सहायता से दरवाजा ट्रैक से हटाया।
उतरेठिया स्टेशन इंचार्ज ने बताया कि अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ सुशांत गोल्फ सिटी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। लखनऊ में हफ्ते भर पहले गरीब रथ ट्रेन पलटाने की बड़ी साजिश नाकाम हो गई थी। दिलावर नगर और रहीमाबाद के बीच रेलवे ट्रैक पर शरारती तत्वों ने ढाई फीट लंबा और 6 इंच मोटा लकड़ी का टुकड़ा रख दिया था। सहरसा-आनंद विहार गरीब रथ (05577) सुबह तड़के करीब 2.43 बजे इसी ट्रैक से गुजरने वाली थी। इससे पहले दूसरे ट्रैक से गुजरी काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस ट्रेन के चालक ने ट्रैक पर लकड़ी के टुकड़े को देख लिया था। उन्होंने रहीमाबाद स्टेशन मास्टर ओम प्रकाश को सूचना दी थी। स्टेशन मास्टर की सूचना पर गरीब रथ को मलिहाबाद स्टेशन पर रोक लिया गया था।
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