नगर आयुक्त के आदेश पर नगर निगम ने ध्वस्त की अवैध प्लॉटिंग
जमीन की कीमत 15 करोड़ से अधिक की
लखनऊ। सरोजनी नगर इलाके में प्रॉपर्टी डीलरों ने नगर निगम की स्वामित्व वाली जमीन पर कब्जा शुरू कर दिया। यह जमीन नगर निगम के खाते में चारगाह और तालाब के रूप में दर्ज हैं। इन्हे पाटकर प्रॉपर्टी डीलरों ने प्लॉटिंग शुरू की थी। नगर आयुक्त के आदेश पर कार्रवाई करते हुए नगर निगम ने डीलरों के मंसूबे को नाकाम कर किया। नगर निगम ने कार्रवाई करते हुए अवैध प्लॉटिंग को ढहा दिया।
जानकारी के मुताबिक़ सरोजनीनगर तहसील के कल्ली पश्चिम गांव में कई गाटा संख्याओं की सरकारी भूमि पर कुछ स्थानीय लोगों और प्रॉपर्टी डीलरों अवैध रूप से प्लॉटिंग कर रहे थे। लोगों ने जमीन पर रास्ते बना दिए थे, नींव भर दी थी और बाउंड्रीवाल खड़ी कर दी थी। नगर निगम की टीम ने मौके पर पहुंचकर जेसीबी मशीन की मदद से अतिक्रमण हटा दिया। इस अभियान में नगर निगम और तहसील प्रशासन की संयुक्त टीम शामिल रही।
प्रभारी अधिकारी संजय यादव के निर्देश पर तहसीलदार अरविंद पांडे और नायब तहसीलदार रत्नेश कुमार की टीम ने यह कार्रवाई की है। इसके साथ ही थाना पीजीआई की पुलिस, पीएसी बल और नगर निगम की ईटीएफ टीम ने भी सहयोग किया। कार्यवाही के दौरान कुछ स्थानीय लोगों ने विरोध किया, लेकिन प्रशासन ने शांति बनाए रखते हुए पूरी कार्यवाही शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराई।
इस अभियान के तहत कुल 1.774 हेक्टेयर सरकारी भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराया गया। इस भूमि की अनुमानित बाजार कीमत लगभग 15.28 करोड़ रुपये आंकी गई है। प्रशासन का कहना है कि भविष्य में भी इस तरह की कार्यवाही लगातार चलती रहेगी, ताकि सरकारी संपत्ति को बचाया जा सके और अवैध कब्जे को रोका जा सके।
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